कैंची धाम आकर अभिभूत हुआ, उप राष्ट्रपति

5 हजार साल पुरानी संस्कृति आज भी जीवित

उप-राष्ट्रपति जगदीप धनखड गुरुवार को नैनीताल में एक दिवसीय दौरे में पहुचे।इस दौरान उन्होंने परिवार के साथ कैंची धाम बाबा नीब करौरी महाराज के दर्शन कर पूजा पाठ की। मंदिर समिति के पदाधिकारियों ने उप-राष्ट्रपति जगदीप धनखड को बाबा की प्रतिमा देकर स्वागत किया।उन्होंने मंदिर परिसर में राम शिला में पूजा अर्चना और ध्यान कर देश की सुख समृद्धि की कामना की।कहा कि देवभूमि और कैंची धाम पहुंच कर अभिभूत हूँ। देवभूमि में इनका स्थान और रख रख रखाव सराहनीय है। यहां आकर व्यक्ति के दिल, दिमाग़, आत्मा का समीकरण होता है, जिससे एक नई ऊर्जा मिलती है।

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कैंची धाम आकर अभिभूत हुआ, उप राष्ट्रपति

कहा ऐसे स्थानों पर होता है दिल, दिमाग और आत्मा का समीकरण

नैनीताल। भारत के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा कि कैंची धाम आकर वह अभिभूत हो गए। भारत संस्कृति और आध्यात्म से जुड़ा हुआ देश है। जी 20 समिट में विश्व के देशों ने भारत की सांस्कृतिक विरासत और क्षमताओं को जाना है। विश्व आज जिन समस्याओं से जूझ रहा है, भारत की सांस्कृतिक विरासत उन समस्याओं से पार पाने में कारगर साबित हो रही है। गुरुवार को कैंची धाम पहुंचे भारत के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने बातचीत करते हुए हुए कहा कि कैंची धाम आकर वह अभिभूत हो गए। ऐसे स्थान पर आकर व्यक्ति का अपनी आत्मा से परिचय होता है। दिल, दिमाग और आत्मा में समीकरण बनने के बाद व्यक्ति खुद की पहचान कर पता है। उन्होंने भारत को महापुरुषों की भूमि बताया। कहा कि हाल ही के काल खंड में आध्यात्मिक स्थलों के रखरखाव को लेकर सराहनीय कार्य हो रहे हैं। जिससे राष्ट्र समर्पण की भावना में बढ़ोतरी हो रही है। भारत की संस्कृति दुनिया में बेमिसाल है। पांच हजार वर्ष पुरानी संस्कृति विश्व का कोई देश नहीं रखता। जी20 सम्मेलन में दुनिया के देशों ने भारत की सांस्कृतिक विरासत और क्षमताओं को जाना है। वर्तमान में वन फैमिली, वन फ्यूचर, वन अर्थ किनारे के साथ भारत आगे बढ़ रहा है। आज विश्व जिन समस्याओं से जूझ रहा है, भारत की संस्कृति उन समस्याओं से किसी भी देश को बाहर निकलने में कारगर है। उपराष्ट्रपति क्षेत्रीय लोगों का अभिवादन करने के बाद प्रस्तावित दौरे के अनुसार वापस लौट गए।

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भारत की संस्कृति दुनिया में बेमिसाल

उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड ने कहा कि भारत अपनी संस्कृति धरोहर, परम्परा, रीति रिवाज

को आज भी संजोए रखा है। कहा कि आज भी हमने देश की पांच हजार साल पुरानी संस्कृति विरासत को संजोए रखा है।जो पूरे देश के लिए गर्व की बात है।कहा कि भारत की संस्कृति पूरे विश्व विख्यात है।उन्होंने कहा कि आज भी हम वसु देव कुटुंबकम की राह पर अग्रसर हैं. आज भी विश्व कई समस्याओं से जूझ रहा है, लेकिन जी -20 में हमारा उदेश्य दुनिया के सामने रखा गया।कहा कि हमारा उदेश्य ‘एक परिवार-एक भविष्य और एक विश्व’ बनाने का है। इस दौरान कुमाऊं आयुक्त दीपक रावत,डीआईजी योगेंद्र सिंह रावत, जिलाधिकारी वंदना सिंह, एसएसपी प्रहलाद नारायण मीणा, एडीएम पी आर चौहान आदि मौजूद रहे।

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