2022 के विधानसभा चुनाव में सरकार के लिए मुसीबत बन सकते हैं कुमाऊं मंडल विकास निगम कर्मचारी।

विभिन्न मांगों को लेकर कुमाऊँ मंडल विकास निगम के कर्मचारियों का धरना प्रदर्शन जारी रहा। इस दौरान कर्मचारियों ने निगम प्रबंधन और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। उन्होंने ऐलान किया कि यदि दो दिन के भीतर कर्मचारियों की नियुक्ति के लिए निकाली गई विज्ञप्ति निरस्त नहीं की गई तो कर्मचारी 18 मार्च से क्रमिक अनशन करने पर मजबूर होंगे, कुमाऊँ मंडल विकास निगम के बैनर तले दर्जनों निगम कर्मी निगम मुख्यालय में एकत्रित हुए। जहां उन्होंने कर्मचारियों की नियुक्ति के लिए निकाली गई विज्ञप्ति को निरस्त करने, पुराने कर्मियों को नियमित करने, वेतन में बढ़ोतरी करने संबंधी नौ सूत्रीय मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन किया। महासंघ अध्यक्ष दिनेश गुरुरानी ने कहा कि लंबे समय से कर्मचारी विभिन्न मांग कर रहे हैं। जिसके बावजूद निगम प्रबंधन की ओर से कर्मचारियों की अनदेखी की जा रही है। निगम में लंबे समय से विभागीय प्रमोशन लंबित है। साथ ही संविदा कर्मियों को नियमित नहीं किया जा रहा है, जिसके विपरीत निगम प्रबंधन विज्ञप्ति निकाल कर कर्मचारियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहा हैउन्होंने ऐलान किया कि अगले दो दिनों में यदि कर्मियों की मांगें नहीं मानी गई तो 18 मार्च से कर्मचारी क्रमिक अनशन पर उतर जाएंगे। यदि तब भी बात नहीं बनी तो कर्मियों को आमरण अनशन को मजबूर होना पड़ेगा। इस दौरान महासंघ महामंत्री गुमान सिंह कुमाड़िया, दिनेश सांगूड़ी, मंजुल सनवाल, रमेश टम्टा, महेश कांडपाल, कंचन चंदोला, रमेश कपकोटी, कैलाश आर्य, आनंद पाठक, गणेश कांडपाल, हरीश पुनेठा, नवीन भंडारी, विनोद तिवारी, गौतम कुमार, संजय कुमार, आनंद सिंह समेत दर्जनों कर्मचारी मौजूद रहे।