नैनीताल का 120 साल पुराना स्कूल खतरे की जद में।

नैनीताल के बलियानांल में लगातार हो रहे भू स्खलन से नैनीताल का 120 साल पुराना स्कूल जी आई सी को खतरा हो गया है, जिस वजह से जिला प्रशासन द्वारा जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के आधार पर बलियानांला क्षेत्र में रह रहे 65 परिवारो समेत 120 साल पुराने जी आई सी स्कूल को नोटिस जारी कर विस्थापित होने के आदेश दिए है,, ताकि आने वाले समय मे बरसात और भूकंप के समय कोई बड़ी दुर्घटना ना हो।
जियोलॉजीकल सर्वे ऑफ इंडिया की रिपोर्ट को आधार मानते हुए, जिला प्रशासन के स्थानीय लोगों और स्कूल को फरमान सुनाया है, जिसके बाद से शिक्षकों और यहाँ पड़ने वाले करीब 200 बच्चो के भाविष्य पर भी तलवार लटक गई है,, जी आई सी के अलावा छावनी परिषद के प्राथमिक स्कूल और ऑफिस को शिफ्ट करने का नोटिस प्रशासन द्वारा दिया गया है,आपको बता दे कि पिछले साल अगस्त में बलियानाले में भारी भूस्खलन हुआ था, और भूस्खलन की चपेट में कृष्णापुर जाने वाली सड़क का मोद भी इसकी चपेट में आ गया , जिस कारण क्षेत्र में वाहनों की आवाजाही बंद हो गई और श्रमदान कर जैसे तैसे पैदल रास्ता बनाया गया है । खतरे को देखते हुए रईस होटल , हरिनगर क्षेत्र के दो दर्जन परिवारों को सरकारी स्कूल भवनों में शिफ्ट किया गया, जिसके बाद आज भी करीब आधा दर्जन से अधिक परिवार क्षेत्र में रह रहे है, जिसके बाद भी बलियानाला क्षेत्र में लगातार भूस्खलन जारी है।जिसको देखते हुए पूर्व में जापान से जायका की टीम ने सर्वे कर नाले के ट्रीटमेंट का प्रस्ताव सरकार को भेजा है ताकि नैनीताल के अस्तित्व को बचाया जा सके,,